How to protect your privacy online with Tor Browser
Tor Browser क्या होता है एवं इसकी जरुरत क्यों पड़ती है : आज हम जिस समय मे है वहाँ पर सभी इनफार्मेशन ऑनलाइन मिलती है और इंटरनेट के बिना इनफार्मेशन मिल पाना किसी के लिए भी आसान नहीं है | आप चाहे स्कूल मे हो, ऑफिस मे या फिर अपने घर पर आपको किसी न किसी वजह से इंटरनेट की जरुरत पड़ती ही है | इसका मतलब हम उस समय मे है जहाँ पर हम सभी अपने किसी न किसी काम के लिए पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है | अगर आपकी डिवाइस मे इंटरनेट है तो इंटरनेट की हेल्प से कही से भी पूरी दुनियाँ को एक्सेस कर सकते है लेकिन जहाँ पर इंटरनेट ने हमको इतना आराम दिया है वही हर इंटरनेट यूजर, इंटरनेट के द्वारा expose भी हुआ है और इंटरनेट यूजर की कोई प्राइवेसी नहीं रही है |
अगर आप सोचते है की आप घर पर अकेले बैठ कर कोई काम कर रहे है (चाहे सही हो या गलत) और आपकी प्राइवेसी हिडन है, तो आप गलत है | जब कोई भी यूजर इंटरनेट एक्सेस करता है तो internet के लिए यूजर डिवाइस को एक IP एड्रेस की जरुरत होती है जो की उसके इंटरनेट प्रोइवडर की तरफ से मिलता है | यह IP एड्रेस पूरी दुनियाँ मे यूनिक होता है | अगर कोई भी ये पता लगाना चाहे की उसको मेल किसने भेजी है या कोई भी इनफार्मेशन इंटरनेट से कहाँ से आयी तो source के IP एड्रेस को ट्रेस करके पता लगाया जा सकता है | ऐसा नहीं है की आपकी एक्टिविटीज को केवल गवर्नमेंट एजेंसीज ही ट्रेस करती हो या कर सकती हो बल्कि कोई भी आपके कंप्यूटर के IP से आपके सारे ऑनलाइन मूवमेंट ट्रैक कर सकता है | अब अगर आप चाहते है की आप इंटरनेट इस तरह से एक्सेस करना चाहते है जहाँ आपकी privacy सिक्योर हो एवं कोई भी आपके बारे मे पता नहीं लगा पाए या कह सकते है की कोई आपका IP एड्रेस पता नहीं लगा पाए तो हमको इसके लिए IP एड्रेस हाईड करने वाली technique use करनी होगी | टोर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसकी हेल्प से आप secretly वेबसाइट्स एक्सेस कर सकते है |
TOR क्या करता है :Tor की हेल्प से users इंटरनेट पर चैट, मेल्स और इंस्टेंट message गुमनाम हो कर भेज सकते है एवं कोई भी आपकी device और location का पता नहीं लगा सकता | TOR की इसी खासियत की वजह से इसका उपयोग अच्छे और बुरे दोनों कामो के लिए होता है |Tor browser एक ऐसा ब्राउज़र software है जिसकी हेल्प से users वेब साइट्स को गुमनाम रूप से एक्सेस कर सकता है एवं आपका असली IP एड्रेस कभी भी किसी एक्सपोज़ नहीं होता | Tor को Tor Project (nonprofit organization) के अंतर्गत डेवलप किया गया था जिसका मुख्य उद्देश्य था ओपन इंटरनेट से आजादी | Tor को originally Onion Router कहा जाता था क्योकि यह अनियन routing technique को use करके यूजर एक्टिविटी को छुपाता था | वैसे तो इस प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग ज्यादतर यूनाइटेड स्टेट्स गवर्नमेंट की तरफ से ही आयी थी लेकिन बाद मे उन्होंने ही इस प्रोजेक्ट को सत्तावादी ताकत को बढ़ावा देने वाला टूल कहा |
TOR की हेल्प से निचे दिए गए एक्शन परफॉर्म किये जा सकते है –
- TOR का use करके parents अपने बच्चो की प्राइवेसी को हाईड करते है | जब बच्चे ऑनलाइन इंटरनेट use करते है तो वो न चाहकर भी अपनी identity एंड लोकेशन शेयर कर देते है | इस केस मे TOR बहुत काम का है and TOR को use करने पर बच्चों की प्राइवेसी सेफ रहती है|
- TOR का उपयोग रिसर्च करने के लिए : बहुत सारे देशों मे धर्म या दूसरे कारणों से कुछ वेबसाइट्स, कीवर्ड्स व् टॉपिक पर उन देशों की सरकारों ने रोक लगा रखी है उस केस मे researchers अपनी पहचान शेयर किये बिना इन topics से रिलेटेड इनफार्मेशन पर रिसर्च या एक्सेस कर सकते है|
- मार्केट researchers या identify thieves से आपकी पहचान बचाकर रखने मे ये बहुत उपयोगी साबित होता है |
- अगर आपके देश मे कोई साइट बेन है तो आप TOR का उपयोग करके उनको open कर सकते है जैसे की कुछ कुछ देशों मे facebook and youtube बेन है तो वहां पर लोग TOR का उपयोग करके इन साइट्स को ओपन कर सकते है |
- आपने देखा होगा की गए कुछ दिनों मे Media, bloggers and journalist पर हमले बढ़ रहे है | इस केस मे इन प्रोफेशनल्स के लिए Tor Browser एक बहुत काम का टूल है जहाँ ये लोग बिना अपनी पहचान बताये, बिना किसी डर के अपना काम व् अपने विचार सबसे सामने ईमानदारी से रख सकते है |
- TOR को मुखबिर, पुलिस, लॉ ऑफिसर्स, एथिकल हैकर एवं दूसरे लोग कानून की रखवाली व् तहकीकात के लिए के लिए TOR का use करते है |
लेकिन ऊपर दिए गए फायदों के आलावा TOR का उपयोग बहुत सारे criminals भी करते है | क्रिमिनल्स, TOR का उपयोग करते हुए अपनी क्रिमिनल एक्टिविट्स बहुत आसानी से पूरी करते है |
Is tor illegal in India : Nahi, TOR का उपयोग करना illegal नहीं है |
Tor Browser को कहाँ से download करे – TOR को install करने के लिए – इस link पर click करे |
Tor Browser slow क्यों होता है : TOR browser मे ओपन होने वाले पेज direct ओपन होने की जगह TOR network के servers जिनको relay भी कहा जाता है से हो कर निकलते है और आपके द्वारा requested URL, TOR network मे सभी server से हो कर गुजरने के बाद आपके रियल IP एड्रेस को दूसरे IP एड्रेस से replace करते हुए URL ओपन करता है इसी वजह से इसमें ओपन होने वाली websites स्लो हो जाती है |
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