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Android Mobile में Kali Linux कैसे Install करे: Step By Step Tutorial


Android Mobile Me Kali Linux Kaise Install KareKali Linux बहुत ही popular software है,जिसे hacking के लिए use किया जाता है.Kali Linux android mobile में install करके आप कोई भी hacking perform कर सकते है,like cracking WiFi and many more things.

What is Kali Linux/Kali Linux क्या है ?

Kali linux debian से inherit किया  हुआ  linux distribution है.(debian एक computer operating system है इसी से kali linux बना है.) (Linux distribution को distro भी कहते है.यह एक operating system है जो software collection से बना है.) Kali linux का use Digital forensics और  penetration testing में होता है and इसका use hacking में भी बहुत होता है.
Simple word में कहे तो  kali linux एक  operating system है जो  Linux family से belong करता है.जैसे windows xp,windows 7 और windows 8 windows family से belong करते है.

Requirements

  1. Device का version कम से कम 2.1 or above होना चाहिए.
  2. आपका android mobile 80% charge होना चाहिए.
  3. आपका android device Rooted होना चाहिए – Click here for Rooting guide.
  4. Around 4.5 GB, space internal memory में free होना चाहिए.  
  5. Busybox Installer.(Download)
  6. Linux Deploy.(Download)
  7. Android VNC Viewer.(Download)
  8. High-Speed Internet Connection.

Step By Step Tutorial To install Kali Linux on Android mobile(Hindi me)

इस article के through मैं आपको बताऊंगा की कैसे आप अपने mobile पर Kali Linux install कर सकते है. Recruitment and steps नीचे दिए गए है.

STEP 1: (Rooting The Android Device)

सबसे पहले आप अपना android device Root कर ले.अपने android mobile को Root करने की जानकारी मैंने पिछली post में दी थी वो पढ़े.[Android Phone को Easily Root कैसे करे (Without Computer/PC)]

STEP 2: (Installing Busybox)

सबसे पहले हमें BusyBox Installer का use करके  UNIX Scripts अपने android device पर install करना होगा.So ऊपर दिए गए link के BusyBox download करके install कीजिये.

STEP 3: (Set up Linux Deploy)

  • पहले  Linux Deploy App download करे and install कर ले.
  • App को open करे and “download” button पर click करे.
Linux Deploy kali linux download
  • App के अंदर  Distribution option click करे and choose Kali Linux option.
choose kali Linux option
  • “Installation Path” पर click करे and installation path choose कर ले.
  • Now,Screen के top पर जाये and install button par click करे.
  • Kali Linux जब तक download नहीं हो जाता,तब तक wait करे यह आपके internet connection पर depend करता है की वह software को कितने time में download करता है.

STEP 4: (Install VNC Viewer)

  • अब  VNC Viewer App Download and Install करे.
  • Android VNC Viewer App को launch करे and नीचे दिए गए image अनुसार setting fill करे.
Android VNC Viewer App setting
  • Now,connect button पर click करे.
connect button par click kare
  • Congratulation ! आपके mobile पर kali linux properly install हो गया है.
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Android Phone को Easily Root कैसे करे (Without Computer/PC)

Hello Friends, आज मैं आपको बताने जा रहा हूँ की आप अपने android device को Easily Root कैसे कर सकते हैं. Generally एक device को root करने के लिए आपको computer और USB cable की help लेनी पड़ती है, और इसकी process बहुत ही difficult होती है But dont worry मैं आपको एक बहुत ही simple trick बताने वाला हूँ.मैं आपको without PC अपने device को Easily Root करना सिखाऊंगा, सिर्फ एक app की help से, जिसका नाम है Kingo Root. चलिए start करते हैं.
Android Phone Ko Easily Root Kaise Kare
Android phones में आपने अक्सर root करने के बारे में सुना होगा. Root का मतलब होता है phone की settings के against जा के ऐसी चीज़ें perform करना. जिन्हे आपका android device allow नहीं करता. ऐसे कई third party apps हैं, जिन्हे आप का phone install करने की permission नहीं देता but वो आपके लिए बहुत useful होते हैं. उन्हें आप phone root करने के बाद install कर सकते हैं.

How To Easily Root Android Smart Phone In Hindi

Kingo Android Root ने android phones के लिए KingoRoot Apk launch किया है, जिससे android users सिर्फ एक click से ही अपना Android phone root कर सकते हैं. ये use करने में बहुत ही easy है और इसमें आपको अपना phone computer से connect करने की भी जरुरत नहीं है.

Rooting की Process Start करने से पहले, ये सारी चीज़ें Ensure कर लें की –

  • Device का power on हो.
  • At least 50% battery ( charging ) हो.
  • Internet connection हो (Wi-Fi network हो तो better है ).
  • Unknown sources से app Installation को allow करें – Settings >> Security >> Unknown Sources

KingoRoot से Android Phone Easily Root करने की Step By Step Process Hindi

Step 1 –  KingoRoot.apk Download करें, ये free of cost है.इसे आप इस link से download कर सकते हैं, https://roots-apk.kingoapp.com/ 
KingoRoot.apk Download karein
Step 2 – KingoRoot.apk को अपने device पे install करिये.
अगर आपने “Unknown Sources” को Settings > Security, में जाकर tick नहीं किया है, तो installation के time, “Install blocked” लिखा हुआ आएगा, इसलिए उसे जरूर enable करें.
Unknown Sources tick kare
Phone instructions को follow करें और Kingo Root को अपने device पे install करें.
Step 3 – “Kingo ROOT” app launch करें और rooting start करें.
Kingo Root एक user-friendly app है और easy to use है. “One Click Root” पे click करें और rooting process start करें.
One Click Root par click kare
Step 4 –  कुछ seconds के लिए wait करें जब तक result screen appear हो.
wait installing kingo root
Step 5 – Succeeded or Failed.
Root success hindi
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Android Mobile से WiFi Hack कैसे करे ? WPS App की Help से

Hello Everyone,क्या आपको पता है की आप कोई भी WiFi Hack कर सकते हो ? अगर आपका जवाब नहीं है, तो यह article बस आपके लिए ही है.
Android Mobile Se WiFi Hack kaise Kare
इस WiFi hacking trick को मैं करीब 3 years से use कर रहा हूँ,And Mall,College and other public place के ज्यादातर WiFi मेरे इस trick के through hack हो जाते है.
WiFi hacking करने से पहले कुछ terms है,जिसको आप अच्छे से समझ लें,जिससे आगे article को पढने से आपको ज्यादा समझ आएगा.
WPS( Wi-Fi Protected Setup) – यह एक wireless networking standard है,जिसके through router and आपके device के बिच के connection को secure रखा जाता है.यह WPA(Wi-Fi Protected Access) and WPA2(Wi-Fi Protected Access II) के साथ work करता है.
WPS Connect – यह एक Android app है जिसकी help से आप WPS available WiFi को easily hack कर सकते है.
Recruitment: 
  1. आपका phone Root होना चाहिए.[Android Phone Ko Root Kare (Without Computer/PC)]
  2. आपके Phone में WPS Connect App होना चाहिए.[Download WPS connect App]

WPS Connect App की Help से WiFi Hack कैसे करे

  • First आपको WPS app,अपने Android phone पर install करना होगा.
  • Second,App को open करे and “option” में जाकर “Automatic” को click करे,जिससे आपका mobile WPS Active WiFi को scan कर लेगा.
WPS Connect par Automatic Option choose kare
  • आपके around जितने भी Active WiFi होंगे WPS वाले,वो आपके सामने आ जायेंगे,जैसा niche picture में show किया गया है.
WPS active wifi list
  • उसके बाद कोई भी WiFi जिसे आप Hack करना चाहते हो,उसे click करे and आपको pin पूछा जायेगा कोई भी recommend pin select कर ले.
WPS pin select kare and wait kare
  • थोड़ी देर wait करे,Congratulation ! आपने successfully WPS WiFi hack कर लिया है.
Congratulation apne wifi hack kar liya
WIFi को hack होने में time लगता है,अगर एक बार में hack न हो तो 2-5 बार try करे and अलग -अलग pin choose करे.And हां याद रखे WPS connect app के through आप सिर्फ WPS available WiFi ही hack कर सकते है.[/su_box]
Friends,मैंने जो tips आपको दिया है,उसके through आप कोई भी WPS security system activate WiFi को easily hack कर सकते है.मैं आने वाली next post में बताऊंगा की आप कैसे कोई भी WiFi को Linux OS के through Hack करते है.
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बच्‍चों के लिए सर्च इंजन

हम इंटरनेट पर सर्च करने के लिये गूगल सर्च का इस्‍तेमाल करते हैं, लेकिन अब इंटरनेट बच्‍चों के लिये भी अछूता नहीं है और अगर उनको इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करना है तो वह भी गूगल का ही इस्‍तेमाल करते हैं लेकिन क्‍या गूगल सर्च बच्‍चों के लिये सही है ? कई मायनों में नहीं - 


List of Child friendly search engines - बच्‍चों के लिए सर्च इंजन


पिछली कई पोस्‍टों में हमने पेरेंटल कंट्रोल जैसे विषय पर बात की थी, जिसमें हमने बताया था कि इंटरनेट, यूट्यूब, मोबाइल फोन को बच्‍चों के लिये सुरक्षित कैसे बनाया जाये, इसके लिये हमने कई सारे विकल्‍प बतायें हैंं।  लेकिन जब आती है सर्च करनेे की हमारे पास एक ही विकल्‍प होता है और वह है गूगल सर्च। आज हम दुनिया के सबसे अच्‍छे सर्च इंजन को बच्‍चों के लिये सुुरक्षित नहीं बता रहे हैै और इसका कारण यह है कि गूगल के सर्च रिजल्‍ट में हर प्रकार की सामग्री आना। यह तो आप भी जानते हैं कि आज के समय में बच्‍चों को इंटरनेट से दूर रखना मुश्किल है, तो फिर उनको कैसे सुरक्षित इंटरनेट सर्च दी जाये? इसके लिये इंटरनेट पर कई विकल्‍प हैं जहॉ बच्‍चों के लिये खास सर्च इंजन बनायें गये हैंं, उन पर वह सामग्री जो बच्‍चों के लिये ठीक नहीं है उसे ब्‍लॉक कर दिया जाता है अौर सर्च में केवल वही सामग्री अाती है जो बच्‍चों के लिये सही है, कुछ ऐसे ही सर्च इंजन है - 
  1. www.kidrex.org
  2. www.kiddle.co
  3. www.juniorsafesearch.com
  4. www.kidzsearch.com
  5. www.kidtopia.info
आपको बता दें इनमें आधे से ज्‍यादा सर्च इंजन गूगल कस्‍टम सर्च का इस्‍तेमाल कर बनायें गये हैं, इस तकनीक सेे आप अपना खुद का सर्च इंजन बना सकते हैं और अपने हिसाब सेे सर्च को फिल्‍टर कर सकते हैं। 

अब बात आती है कि बच्‍चों को आप कैसे बतायें के आपको सर्च करने केे लिये कहॉ जाना है तो इसके लिये अााप कई तरीको का इस्‍तेमाल कर सकते हैं जैैसे - 
  • साइट को बुकमार्क कर लीजिये अौर बच्‍चों से कहिये कि अगर उनको कुछ भी सर्च करना हैै तो वह इसी बुकमार्क का इस्‍तेेमाल करें। 
  • इन सर्च इंजन को अपने ब्राउजर में डिफाल्‍ट सर्च इंजन के तौर पर सेव कीजिये, इससे जब भी बच्‍चेे कुछ भी सर्च करने के लिये ब्राउजर ओपन करेंगे तो वही सर्च इंजन खुलेगा। 
  • इसके अलावा अाप साइट का शार्टकट डेस्‍कटॉप पर बना लीजिये, जिससे शार्टकट से सीधे वही साइट ओपन होगी और कोई नहीं। 
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Software Engineering क्या है.?

software-engineering-hindi-meSoftware Engineering एक Systematic रूप है जिसके द्वारा किसी Electronic (Devices) Technology के लिए विशेष प्रकार के Application के  Design, Development, Implementation, Testing और Maintenance से हैं ।

"Software engineering" शब्द सर्वप्रथम 1968  में NATO के Software Engineering सम्मेलन में प्रयोग में लाया गया था जोकि उस समय के "Software crisis" को सुलझाने के लिए आयोजित किया गया था और तबसे अबतक ये Software engineering एक ऐसे व्यवसाय के रूप में विकसित हो चुका है जो High Quality के Software विकसित करने के लिए समर्पित है जो सस्ते, सरलता से रखरखाव करने के योग्य और तेज़ी से बनाये जा सकने में आसन हो।

Software Engineering क्या है.?


अन्य Engineering शाखाओं की तुलना में "Software Engineering" एक नया क्षेत्र है, इसलिए इस क्षेत्र में बहुत काम किया जाना अभी बाकी है और तो Software Engineering को लेकर बहुत वाद-विवाद है की वास्तव में ये क्या है और इस बात की भी की क्या ये Engineering के क्षेत्र में रखे जाने योग्य है भी या नहीं।

software-engineering-hindi-me


Software Engineering के क्षेत्र में तीव्रता से वृद्धि हुई, इसे अब केवल Programming तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता हैं। Software Engineer Programming तथा Designing करके इन Software's तथा Application's का निर्माण करते है।

                                             "Software engineering" के स्थान पर Software Industries में "Software Development" शब्द का भी प्रयोग किया जाता है जो engineering शब्द को Software Development के लिए संकुचित मानते हैं।

In Short हम कह सकते है कि :
" Software Engineering का अर्थ एक ऐसी Engineering से है जिसमें Computer System तथा किसी अन्य Electronic Devices के लिए Software के निर्माण और उसके विकास पर शोध से किया जाता है।"

Software को  अलग-अलग आधार पर अलग-अलग तरीकों से जांचा जाता हैं। उदाहरण के लिए, कोई भी User जब भी किसी Software को Use करता है तो अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप प्रदर्शित होते या Perform करते देखना चाहता हैं। ठीक उसी तरह, किसी भी Software के Design, Coding और रखरखाव में शामिल Developers, User को Software वितरित (Deliver ) करने से पहले Software की आंतरिक विशेषताओं और खामियों को देखकर Software का मूल्यांकन करते हैं।

Software के Characteristics:

Software Characteristics को छह प्रमुख घटकों में वर्गीकृत किया जाता है।

एक अच्छे Software के निम्नलिखित गुणधर्म होते है:-

01). Functionality:  किसी भी सॉफ्टवेयर के निष्पादन की डिग्री को अपने इच्छित उद्देश्य से संदर्भित करता है।

02). Reliability:  किसी दी गई स्थितियों के तहत वांछित कार्यक्षमता को प्रदान करने के लिए सॉफ्टवेयर की क्षमता का उल्लेख करता है।

03). Usability: इस बात को संदर्भित करता है कि सॉफ्टवेयर आसानी से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

04). Efficiency: सबसे प्रभावी और कुशल तरीके से सिस्टम संसाधनों का उपयोग करने के लिए सॉफ्टवेयर की क्षमता को दर्शाता है।

05). Maintainability: किसी सॉफ्टवेर को आसानी से अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने, इसके प्रदर्शन को बेहतर बनाने, या Error को सुधारने के लिए उसके Software System में संशोधन किया जा सकता है।

06). Portability: Software developers आसानी से (या कम से कम) परिवर्तनों के बिना, एक Platform से दूसरे Platform में Software Transfer कर सकते हैं, दुसरे शब्दों में, यह सॉफ्टवेयर की क्षमता को अलग-अलग Hardware और Software Platforms पर आसानी से कार्य करने के लिए संदर्भित करता है, इसमें कोई भी बदलाव किए बिना या आंशिक।

उपरोक्त विशेषताओं के अलावा, Robustness, Platform independecy और Integrity भी महत्वपूर्ण हैं।
Robustness: जिसमें Software Invalid Data के साथ Deliver किए जाने के बावजूद कार्यशीलता रख सकता है, जबकि Integrity: वह है जिसके द्वारा किसी सॉफ्टवेयर या डेटा को अनधिकृत पहुंच से रोका जा सकता है।
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कंप्यूटर नेटवर्क LAN, WAN, MAN, SAN, CAN, PAN और GAN क्या होता है?


कंप्यूटर नेटवर्क क्या है?

एक कंप्यूटर नेटवर्क में दो या दो से अधिक कंप्यूटर होते हैं जो एक दूसरे के साथ जुड़े होते हैं और प्रिंटर, सर्वर और हार्डवेयर जैसे संसाधन साझा करते हैं और इलेक्ट्रॉनिक संचार की सुविधा प्रदान करते हुए फ़ाइलों के रूप में डेटा का आदान-प्रदान करते हैं. नेटवर्क पर कंप्यूटर को twisted pair cable, टेलीफोन लाइनों, रेडियो तरंगों, उपग्रहों या ऑप्टिकल फाइबर केबल्स के माध्यम से जोड़ा जा सकता है.
संयुक्त राज्य अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने पहला कंप्यूटर नेटवर्क ‘Advanced Research Projects Agency Network (ARPANET)’ डिजाइन किया था. तब से,लेकर आज तक नई-नई कंप्यूटर नेटवर्किंग Technologies के असंख्य डिजाइन हमारी दुनिया के सामने आ चुके हैं.
इस ट्यूटोरियल में केवल पहले के तीन network technologies अर्थात लैन(LAN), डब्ल्यूएलएएन(WLAN), वैन(WAN), मैन(MAN), सैन(SAN), कैन(CAN), पैन(PAN) और जीएएन(GAN) को शामिल किया गया हैं.

LAN,WLAN, WAN, MAN, SAN, CAN, PAN और GAN क्या है?

कंप्यूटर नेटवर्क को उनके संचालन(scale) के पैमाने के आधार पर विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है. उनमे शामिल है:

लैन(LAN)

स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क( local-area network) एक कंप्यूटर नेटवर्क है जो अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है. अक्सर, एक लैन(LAN) को एक कमरे, भवन या भवनों के समूह तक ही सीमित रखा जाता है.
हालांकि, एक लैन(LAN) टेलीफोन लाइनों और रेडियो तरंगों के माध्यम से किसी भी दूरी पर अन्य LAN से जोड़ा जा सकता है. स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क( local-area network) में एक छोटे से भौतिक क्षेत्र, जैसे घर, कार्यालय, या भवनों के एक छोटे समूह, जैसे स्कूल या हवाई अड्डे शामिल होते  हैं.

डब्ल्यूएलएएन(WLAN)

वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क(Wireless local area network) एक वायरलेस कंप्यूटर नेटवर्क है जो घर, स्कूल, कंप्यूटर प्रयोगशाला, या कार्यालय भवन जैसे सीमित क्षेत्र के भीतर वायरलेस संचार का उपयोग करके दो या दो से अधिक उपकरणों को जोड़ता है।

वैन(WAN)

एक विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क(wide-area network) कंप्यूटर नेटवर्क हैं जो अपेक्षाकृत बड़े भौगोलिक क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है, आमतौर पर इसकी 1-KM से अधिक की त्रिज्या होती है.  आम तौर पर, एक वैन(WAN) में दो या दो से अधिक स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क(LAN) होते हैं.
विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क(wide-area network) से जुड़े कंप्यूटर अक्सर सार्वजनिक नेटवर्क, जैसे टेलीफोन सिस्टम के माध्यम से जुड़े होते हैं. वे लीज्ड लाइनों(leased lines) या उपग्रहों के माध्यम से भी जोड़े जा सकते हैं.

मैन(MAN)

मेट्रोपॉलिटन एरिया नेटवर्क(metropolitan area network) एक कंप्यूटर नेटवर्क है जो भौगोलिक क्षेत्र या कंप्यूटर के साथ उपयोगकर्ताओं को एक बड़े स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क(LAN) द्वारा कवर किया होता है, लेकिन व्यापक क्षेत्र नेटवर्क(WAN) से कवर क्षेत्र छोटा होता है.

सैन(SAN)

स्टोरेज एरिया नेटवर्क(storage area network) स्टोरेज डिवाइस का एक उच्च स्पीड नेटवर्क है जो स्टोरेज डिवाइस को सर्वर से भी जोड़ता है. यह ब्लॉक-स्तरीय स्टोरेज प्रदान करता है जिसे किसी भी नेटवर्क वाले सर्वर पर चल रहे अनुप्रयोगों द्वारा एक्सेस किया जा सकता है.
स्टोरेज एरिया नेटवर्क दूरस्थ कंप्यूटर स्टोरेज डिवाइस, जैसे कि डिस्क एरे, टेप लाइब्रेरीज़, और ऑप्टिकल ज्यूकबॉक्स, को इस तरह से सर्वर से जोड़ने में मदद करते हैं कि वे ऑपरेटिंग सिस्टम से स्थानीय रूप से जुड़े हुए प्रतीत होते हैं.

कैन(CAN)

कंट्रोलर एरिया नेटवर्क (Controller Area Network) एक vehicle bus standard है जो माइक्रोकंट्रोलर और उपकरणों को होस्ट कंप्यूटर के बिना अनुप्रयोगों में एक-दूसरे के साथ संवाद करने की अनुमति देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

पैन(PAN):

व्यक्तिगत क्षेत्र नेटवर्क (personal area network) एक कंप्यूटर नेटवर्क है जो कंप्यूटर, टेलीफ़ोन, टैबलेट, व्यक्तिगत डिजिटल सहायक, फ़ैक्स मशीन और प्रिंटर जैसे डिवाइसों के बीच डेटा ट्रांसमिशन के लिए उपयोग किया जाता है, जो एक उपयोगकर्ता के नजदीक स्थित होते हैं.

जीएएन(GAN)

वैश्विक क्षेत्र नेटवर्क (global area network) एक नेटवर्क है जो वायरलेस लैन(LAN), उपग्रह कवरेज क्षेत्रों आदि की मनमानी संख्या में मोबाइल का समर्थन करने के लिए उपयोग किया जाता है.

इंटरनेटवर्क(INTERNETWORK)

इंटरनेटवर्किंग गेटवे के उपयोग के माध्यम से अन्य नेटवर्क के साथ कंप्यूटर नेटवर्क को जोड़ने का अभ्यास है जो नेटवर्क के बीच सूचना पैकेट को रूट करने का एक सामान्य तरीका प्रदान करता है. परस्पर जुड़े नेटवर्क की परिणामी प्रणाली को एक इंटरनेटवर्क कहा जाता है, या बस एक इंटरनेट कहा जाता हैं.
कंप्यूटर नेटवर्क हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं. यह नेटवर्किंग के कारण ही है कि टेलीफोन, टीवी, रेडियो और इंटरनेट हमारी इशारों पर कार्य कर रहे हैं.
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Programming Language कैसे सीखे ? 5 Easy Ways


5 Ways You can Learn Programming Faster In Hindi – 5 तरीके जिससे आप तेजी से प्रोग्रामिंग सीख सकते हैं

Programming सीखना कोई छोटी चीज नहीं है,जिसे आप एक दिन में सीख ले और ना ही ये बहुत बड़ी चीज है, Internet की दुनिया में ऐसे बहुत से चीज़े है जो आपको programming सिखने में help करती है and आसान भी बना देती है.ऐसे ही 5 tips मैं आपके लिए लेकर आया हूँ,जो programming सीखना आसान बना देगी.

1. Program’s के Example Code पढ़े

अगर आप किसी चीज को पढ़ते हो तो वो सिर्फ उस page पर लिखे words को पढ़ते हो.लेकिन जब आप programming सीखते हो तो वो होता है code. जब आप शुरुआत करते है programming सिखने की, तब आप कोशिश करें हर एक example code को पढ़ने और समझने की.
जब मैंने शुरवात की थी programming सिखने की तो मैं भी example code को text से पहले पढता था और ये पता लगाने की कोशिश करता था के इस code में हो क्या रहा है, ये हर बार काम नहीं करता था. पर ये मुझे force करता था की मैं उन example को और अच्छे से समझु,और ये मुझे help करती थी सही coding लिखने में.
अगर आप भी कोई programming language learn करना चाहते है तो सबसे पहले उसके example code read करना start करे.

2.सिर्फ Example Code को पढ़े नहीं उसे Run भी करे

जब आप एक programming tutorial या book पढ़ते है,तब sample code को देख के ऐसा लगता है जैसे,ये तो आसान है और मुझे समझ आ गया.हो सकता है आप को समझ में आ गया हो या नही भी आया हो.
इस चीज़ का पता लगाने का उपाय है की आप उस codes को एक साथ run करे.अगर आप program code run करना चाहते है तो आपको एक compiler की जरुरत पड़ेगी.जिस पर आप अपना sample code लिख सकते है. अगर आप sample code को compiler पर type करे, बजाय copy और paste करने के तो आप अपने coding सही तरीके से कर सकते है,और आप coding के समय अक्सर की जाने वाली छोटी -छोटी गलतियों पर अच्छे से command पा सकते है.
जब आपकी coding complete हो जाये तो उसे compile करें और फिर run करें और ये ध्यान रखे की ये वही काम करें जो इससे आप करवाना चाहते थे.फिर उसको change करें and practice करे.
software एक ऐसा चीज है इस planet में,जिसे हम आसानी से बदल सकते है,हम नए चीजो का उपयोग कर सकते है,experiments कर सकते है, कुछ changes तो जल्दी हो जाते है बिना किसी risk के but सबसे आसान तरीका नए language feature को सीखने का यह है की आप कुछ code ले उसपर काम करें और change करें.

3.अपने खुद का Code लिखे

जब आप language के बारे में समझ जाये तो आप programming की शुरुवात कुछ sample program लिख कर, कर सकते है.कभी -कभी programming लिखने के लिए सही idea मिलना मुश्किल होता है,पर कोई बात नहीं,Online बहुत से website पर ऐसी बहुत सी programming challenges है जिस पर आप अपनी coding लिख कर अपनी starting कर सकते है. आप उन example को दोबारा implement कर सकते है, जिससे आपने tutorial या books में पढ़ा था.आप उस चीज को try करें बिना sample code को देखे,ये ज्यादा आसान नहीं होगा पर ये technique आपको खुद से code लिखने में मदद करेगी.
अगर आप एक छोटा program नही सोच सके,मगर aapke दिमाग में एक बड़ा program है जिसे आप implement करना चाहते है, जैसे game तो आप शुरुआत कर सकते है छोटे -छोटे blocks तैयार करके, जिसे बाद में अपने game में इस्तेमाल कर सके.

4.Debugging करना सीखे

सबसे पहले आप ये सीखे की debugger का use कैसे करते है.debugging के through हम output का अनुमान लगा सकते है.debugger के जरिये हम ये जान सकते है के variables की values क्या है और code execute होगा या नहीं.
Debugger हमारी मदद करता है answer देने में की हमारा code क्या कर रहा है.For example नीचे दिए गए code ko देखिये –
int main()
{
int x;
int y;
if( x > 4 ) // <– Yanha x ki value kya hogi ?
{
y = 5; // <–  Kya is line ka code execute hoga?
}
}
Debugging के through आप programming problem and error को fix कर सकते है.And यकीन मानिये आपके programming career में यह आपको बहुत help करेगा,So try to debug the code.

5. Sources Find करे and learn करे

अगर आपको कुछ समझ में नही आता है तो आप और भी alternative explanation को पढ़े और समझे.Internet में programming से जुडी ऐसे बहुत से information and Book है जो आपको programming सीखने में help करेगी.वैसे मैं अपनी next article में ऐसी website की पूरी list दूंगा जहां से आप programming सीख पाएंगे.
Note – इतना सब कुछ करने के बाद,अगर आपको फिर भी Programming समझ में नही आ रहा है, तो आप किसी expert की help ले सकते है. आप अपनी problems से related जितने ज्यादा questions पूछेंगे,उतना ही expert के लिए आसान होगा आपको समझना.
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Top 8 Operating Systems जो Hackers इस्तेमाल करते है [2018 List]


1. KALI LINUX

दोस्तों Kali लिनक्स एक प्रकार का professional टूल बॉक्स है जिसके अन्दर लगभग 300 अलग अलग प्रकार के टूल्स है जिसका इस्तेमाल होता है सिक्यूरिटी की लिमिट्स को चेक करने के लिए और उनके policies और procedure को भी, यह एक मशहूर ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका उपयोग अधिकतर हैकर एथिकल हैकिंग के लिए करते है. Kali लिनक्स इन् सभी गैजेट्स के लिए मौजूद है – HP chromebook, cubieboard 2,cuBox, cuBox-i, Raspberry Pi, EfikaMX,etc.

2. BACKTRACK 5r3

दोस्तों Kali लिनक्स के बाद बारी आती  है backtrack OS की, backtrack OS  कुछ सालो के test के बाद बनाया गया जिसके कारन इसे कारगर penetration टेस्टिंग सिस्टम माना गया. backtrack सिस्टम को खासकर इसलिए बनाया गया ताकि टेस्टिंग के दौरान यह कोई सुराग न छोड़े.

3. BACKBOX LINUX

BACKBOX एक उबुन्तु बेस्ड लिनक्स सिस्टम है, इस सिस्टम के अन्दर वो सारे टूल्स मौजूद है जो हैकिंग में काम आते है और सारे ही टूल्स फूली अपडेटेड है, यह सिस्टम बहुत ही फ़ास्ट है और इस पर काम करना बहुत ही आसान है, यह आपको अधिकतर इस्तेमाल किये जाने वाले टूल्स प्रदान करता है  जिसका इस्तेमाल आप web एप्लीकेशन एनालिसिस, vulnerability असेसमेंट, exploitation चेक  करने के लिए कर सकते है.

4. NOZDERO LINUX

दोस्तों Nozdero आपको लगभग 300  penetration टेस्टिंग टूल्स प्रदान करता है,यह सिस्टम लिनक्स और उबुन्तु दोनों ही सिस्टम के कुछ अंस को मिलकर तैयार किया गया है, इस सिस्टम की खासियत यह है की आप इसका इस्तेमाल किसी भी लाइव सिस्टम को टेस्ट करने के लिए कर सकते हो, इसके कुछ डिफ़ॉल्ट application जो पहले से इस सिस्टम में मौजूद रहते है – mozila firefox web browser, F-spot photo manager, Rythmbox music player, transmission torrent down-loader और office suite.

5. Samurai web testing Framework

दोस्तों samurai web टेस्टिंग framework एक प्रकार का लाइव लिनक्स environment जिसका इस्तेमाल web penetration टेस्टिंग के लिए किये जाता है इस सिस्टम के अन्दर टेस्टिंग और अटैकिंग के लिए बहुत से अच्छे टूल्स मिल जायेंगे.

6. WEAKERTHANS

दोस्तों hackers इस सिस्टम का इस्तेमाल ज्यादातर WiFi hacking के लिए इस्तेमाल करते है क्योकि इस सिस्टम के अन्दर बहुत से वायरलेस टूल्स मौजूद है जो इस सिस्टम को इस काबिल बनाते है, इस सिस्टम के कुछ टूल्स है -SQL hacking, Cisco exploitation, password cracking, web hacking etc.

7. BLACK-ARCH LINUX

यह एक Arch बेस्ड लिनक्स सिस्टम है जिसका इस्तेमाल penetration टेस्टिंग के लिए किया जाता है इस सिस्टम के लास्ट अपडेट में इसके यूजर को लगभग 1400 टूल्स इस्तेमाल करने को मिले जो इस सिस्टम को hackers के  लिए आवश्यक बनाता है.

8. KNOPPIX

STDknoppix एक लिनक्स बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम है , इस सिस्टम को चलाने से पहले आपको लिनक्स सिस्टम जानना आवश्यक है क्योकि इसमें लिनक्स के ही कमांड लाइन्स का इस्तेमाल होता है, इस सिस्टम का इस्तेमाल प्रोफेशनल्स के साथ साथ नए लोग भी कर सकते है,STDknoppix के कुछ टूल्स है -packet sniffer, vulnerability assessment, wireless tools server tools इत्यादि.

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17 प्रकार के Hacking Techniques की पूरी जानकारी


Computer Terminals(Servers) को hack करने के common methods:

इस method में हम या तो terminal (या Server) पे control पा लेते हैं, या फिर उसको useless बना देते हैं, या फिर crash कर देते हैं. ये Hacking Techniques बहुत लंबे time से use किये जा रहे हैं, और आज भी use होते हैं:

1. Denial of Service

DoS attack से hackers बिना internal access पाए ही network down कर सकते हैं. DoS attacks से access routers को control करके उनपे bogus traffic डाल दिया जाता है (जो की e-mail या Transmission Control Protocol, TCP, packets हो सकते हैं ).

2. Distributed DoSs

Distributed DoSs (DDoSs) multiple sources से किये जाने वाले multiple DoS attacks हैं. एक DDoS attack को रोकना या block करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि इसमें multiple, changing, source IP addresses use किये जाते हैं.

3. Sniffing

Sniffing का मतलब होता है TCP packets पे interception / attack करना. ये interception simple eavesdropping या किसी और sinister से की जा सकती है.

4. Spoofing

Spoofing का मतलब होता है एक किसी hacker को illegitimate packet भेजना जिसमे expected acknowledgment (ACK) हो, और जिसे hacker guess, predict, या obtain कर सके snooping की मदद से.

5. SQL injection

SQL injection एक code injection Hacking Techniques है जो की एक application database layer की security vulnerability को control कर सकती है. इसमें database को access करने के लिए normal SQL commands use किये जाते हैं.

6. Viruses and Worms

Viruses and worms self-replicating programs या code fragments हैं जो की खुद को other programs (viruses) या machines (worms) से attach कर लेते हैं. Viruses और worms दोनों ही network को shut down करने की कोशिश करते हैं, जो की bogus traffics के द्वारा किया जाता है.

7. Back Doors

Hackers किसी भी network पे उसकी back doors administrative shortcuts, configuration errors, deciphered passwords, और unsecured dial-ups को access कर के control पा सकते हैं. Computerized searchers (bots) की help से hackers किसी भी network की weakness को ढून्ढ सकते हैं.

8. Trojan Horses

Trojan horses, जो की other programs के साथ attached होते हैं, break-ins के सबसे बड़े कारण हैं. जब भी कोई user Trojan horse को download या activate करता है, तो ये software उस user के system पे पूरी तरह से control पा जाता है और उस computer को control भी कर सकता है. great..!!! इन्हें RATs(Remote Administration tools) भी कहा जाता है.

9. Keyloggers

Situation को समझिये, आप एक system में जो भी type करते हैं वो एक hacker को mail हो जाता है..!! क्या इससे password hack करना आसान नहीं हो जाता. Keyloggers ऐसे ही functions perform करते हैं, इसलिए अगली बार कुछ भी type करने से पहले सावधान रहे.!! इससे कैसे बचें, उसके बारे में भी आप Google कर सकते हैं.

10. Brute Forcing

ये सबसे लंबा, और थका देने वाला काम है,इसका use कभी भी ना करें अगर आपको अपने victim का SET of password नहीं पता है.
Note: Victim मतलब जिसका email आप hack करना चाहते हैं.

11. Secret Question

Security companies के द्वारा किये गए survey के अनुसार, ये पाया गया है की, security question hackers के लिए बहुत ज्यादा helpful हैं. इसलिए, अगर आप victim को अच्छे से जानते हैं, तो इसे जरूर try करें.

12. Social Engineering

ये hacking की सबसे old tricks में से एक है. इस method में, आप अपने victim को यकीन दिलाने की कोशिश करें की आप एक legitimate person हैं और आपको उनके password की जरुरत है, उनके account की maintenance के लिए. ये आज के time में काम नहीं करता क्योंकि अब सभी users scam के बारे में जानते हैं, अगर आप किसी और तरीके से users को convince कर सकते हैं, तो ही ये method use करें !

13. Phishing

ये keylogging का एक प्रकार है, इस method में आपको user को एक ऐसे webpage पे लाना पड़ता है जो की आप ने create किया है, user जैसे ही अपना password type करता है, आप उसका password, अपने mail box में पा सकते हैं..!!

14. Fake Messengers

ये Phishing के application format का ही एक प्रकार है. इस method में आपको user को किसी तरह अपने software में password enter करवाना होता है, और फिर आप password देख सकते हैं.

15. Cookie Stealer

इस method में sites में जो cookies saved होती हैं उन्हें decode किया जाता है, और अगर आप lucky हो, तो आपको password मिल सकता है.!!!
Hmmm.. एक बार में एक account hack करने में मज़ा नहीं आ रहा ? तो चलिए multiple accounts hack करने के कुछ तरीके देखते हैं.

16. DNS Poisoning or PHARMING

Phisihing एक बहुत मुश्किल काम है..है न ?? किसी को अपने page पे उनका password डालने के लिए convince करना..?? कैसा होगा अगर उन्हें directly आपकी site पे redirect कर दिया जाए बिना किसी clue के ?? Nice न … Pharming आपके लिए यही करता है.

17. Whaling

इस method से आप hackers के उस account का password पा सकते हैं, जो की hackers दुसरो के passwords receive करने के लिए use करते हैं. यानी आपको सिर्फ एक ID hack करनी है, ये सबसे simplest method है. आपके pass बहुत से passwords होंगे, मतलब बहुत से accounts आपके control में..!!!
अगर आपको hacking को deeply सीखना है, तो tools या software का use करने की बजाये, खुद से कुछ मेहनत करें, और research कर के खुद के Hacking Techniques develop करें.
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Hacking क्या है ?Hackers कौन है ? Types of Hackers


Hacking क्या है ?

Computer Hacking एक ऐसा process है,जिससे हम किसी computer software या hardware को modify करके, creator के जो original purpose है, उसके अलावा दूसरे लक्ष्य को कार्यान्वित करते है. Hacking is the art of declaring the mistake of software. क्युकी ‘Hack ‘ word का use ज्यादातर उनलोगो के लिए करते है, जो अपने ‘profession’ में weak होते है, इसलिए कुछ Hacker इस term के बारे में बताते है, की यह offensive and अपने real skill को recognize करने में disable होते है करके.

Hackers कौन है ?

A Hacker or white hat Hacker,is also known as Ethical Hacker. यह एक computer security expert होते है, जो penetration testing और other testing methods को specialized करते है,and यह ensure करते है की company की information system secure है की नहीं.ये लोग companies में काम करते है and इन लोगो को sneakers के नाम से भी जाना जाता है.

Types of Hackers

Hackers को mainly 3 type से जाना जाता है.
  • White Hat Hacker – इसको हम अच्छे hackers बोल सकते है,White hat hackers अपनी skill का use other people and company की safety के लिए करता है.इसको हम security expert and Ethical hackrs के रूप में जानते है.
  • Black Hat hacker – Black hat hackers को हम Crackers के रूप में भी जानते है,यह अपने skill का use करके illegal work करते है like account hacking,online phishing etc.
  • Grey Hat Hackers – Grey hat hacker, black and white hat hackers से मिलकर बन है,ये कुछ टाइम अच्छे work करते है and कुछ टाइम illegal work so इन्हे grey hat hackers कहा जाता है.

Crackers क्या होता है ?

Black hat Hackers,जो की Cracker के नाम से जाने जाते है.ये लोग illegally रूपसे computer system में घुस जाते है and अपने फायदे के profit,fun and illegal काम को अंजाम देते है.ऐसा काम वे ज्यादातर data modification and destruction के द्वारा करते है.वे लोग computer virus and internet worm को distribute कर सकते है, botnet के through spam डिलीवर कर सकते है.

Script Kiddies कौन होता है ?

A script kiddies is an wannabe(सामान्य किसम ) crackers, इन लोगो को इस बारे में काम जानकारी होती है, की computer कैसे वर्क करता है, but ये लोग well known and easy technique को अपनाकर computer में घुस जाते है and important files and data को चुरा सकते है.

Hacker बनने के किये कौन -कौन सी Skill की जरुरत होती है ?

हैकिंग सीखने में कोई बड़ा जादू जैसा कुछ नहीं है, but other उपयोगी चीजों की तरह इसे सीखने के लिए भी dedication and willingness की जरुरत होती है. इसके लिए कुछ topics के बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है like,operating system and its working,computer network,programming etc.एक दिन या एक रात में Hacker बनना impossible है इसके लिए long time duration चाहिए.

Hacking सीखने का Best Way क्या है ?

Hacking सीखने का best तरीका यही है की उसके बारे में अभी से basic सीखना start करदे. hacking सीखने के लिए बहुत से book भी available है.but hacking सीखना start करने से पहले computer programming and security network के बारे में basic knowledge जरूर होनी चाहिए.इसके लिए internet ही सबसे अच्छा source है.

अपने Computer को Hack होने से कैसे बचाए ?

Computer के बारे में basic knowledge जैसे security network, virus,torjan, spyware.phishing etc का होना Computer को हैकिंग से बचाने के लिए काफी होता है.

What is The Best Way To Learn Hacking for Beginners (Hindi)?

यदि आप भी hacking सीखना चाहते है तो निचे कुछ steps दिए गए है.जिसको follow करके आप एक अच्छे हैकर बन सकते है.

Step-1 : Basic से Start करे

Beginner के लिए, जिसे hacking के बारे में कुछ पता नहीं होता. उसके लिए ज्यादा better होता है की starting basic से करे. Direct hacking सीखने के जगह आपको बेसिक्स जानकारियां like security network, virus,ports, firewalls, common network protocols like IP address, HTTP, FTP, DNS, SMTP etc के बारे में research करना चाहिए.
आप alternate operating system Linux के बारे में भी सिख सकते है. जिसका knowledge hacking के लिए बहुत important होती है.एक बार यदि आप basic fundamental के बारे में सिख जाते है. फिर आप उस position में पहुंच जाओगे जहां किसी भी hacking technique को आसानी से समझने लगोगे.

Step-2: Hacking सीखने के लिए अच्छे Source का चयन करे

यदि आपको हैकिंग के बारे अच्छी जानकारी है तो,बहुत से ऐसे books है जो आपको latest vulnerabilities के बारे में टेक्निकल इनफार्मेशन देते है and उसको exploit करने के possible रास्ते भी बताते है. Beginner के लिए एक अच्छा source find करना मुश्किल होता है जो hacking को basic से सिखाए.Hacking Secrets Exposed एक beginner के लिए बहुत अच्छा book है,ये beginner को बिना किसी previous knowledge के hacking सिखाता है and इसका step follow करना भी बहुत आसान है.इस बुक बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप इसकी official website को follow कर सकते है.

Step-3:  Programming सीखे (Optional)

यदि आप hacking के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते है तो, programming एक ऐसा चीज है जिसे आप skip नहीं कर सकते. भले ही आप easily hacking करने के लिए कुछ ready made tools का इस्तेमाल कर सकते है, लेकिन यह ज्यादा अच्छा होगा की आपको programming language like PHP and JavaScript के बारे में जानकारी हो. क्योंकि इससे आप अपना खुद का tool create कर सकते है and codes को exploit कर सकते है.

How Long Does It Take To Master The Skills of Hacking ?

हैकिंग कोई ऐसी चीज तो है नहीं जिसमे आप एक रात में ही trained हो जाये, इसलिए आपको चाहिए की कभी जल्दबाजी न करे. इसके लिए आपको knowledge, skills, creativity, dedication and time की जरुरत होगी. इसको सीखने के लिए आपको कुछ months या कुछ साल लग सकते है, जो की आपके ऊपर depend करता है, की आप कितने dedication के साथ and effort लगाकर काम कर रहे है. यदि आपको एक hacker बनना है तो इसके लिए अच्छे source, सीखने की इच्छा, and guidance की जरुरत होगी.
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